हेलो गाइस, मेरा नाम शुभम हैं और मैं आईटीआई का स्टूडेंट हु भोपाल में रहता हूँ दिखने में भी स्मार्ट हूँ और मेरी गर्लफ्रेंड भी है | पर लगभग १ महीने पहेले से हमारी बात नहीं हो रही है वो भी मेरे से नाराज है ये बात आजसे १ साल पहले की है | उस समय मैंने १२ वी के सेकंड टर्म के पेपर दे रखे थे और मैं घुमने के लिए कुछ दिन से नाईट आउट कर रहा था | और उन्ही दिनों मैं मेरे साथ ये एक मजेदार किस्स्सा हुआ जो मैं आप को बातने जा रहा हु मतलब मेरी सेक्स स्टोरी |
तो जिस दिन मेरे साथ ये किस्सा हुआ उस दिन भी मैं नाईट आउट पे ही था अपने दोस्तों के साथ | करीब रात के १२ बज रहे थे और हम लोग सब फ्रेंड्स एक बार मैं पाहुंचे और हम सब ने बहुत इंजॉय भी किआ वहां बार गर्ल्स डांस कर रही थी | हम लोगो ने थोड़ी ड्रिंक भी कर रखी थीं उसी समय मेरी नज़र एक लड़की पर पड़ी वो रेड कलर का टॉप और ग्रीन कलर का शॉर्ट्स पहनी हुई थी | एकदम हॉट एन सेक्सी लग रही थी बड़े बड़े बूब्स बड़ी गांड क्या फिगर था यार फ्रेंड्स उसका | उसको देख के मैंने तो होश ही जैसे खो दिया था और मैं उससे देखता ही रह गया फिर मेरे दोस्त ने मुझसे पूछा कि क्या हो गया भाई मैं भी साफ़ तरीके से उन लोगों से बता दिया फ्रेंड्स मुझे उस लड़की से प्यार हो गया है |
फिर आगे उनलोगों ने उस लड़ी से मेरे लिए बात की पर वो नहीं मानी उसके बाद मैं उससे बात करने गया और उससे बोला बेबी आई लव यू मुझे तुमसे प्यार हो गया है अब तुम ही बताओ मैं क्या करूँ | मैंने बोला क्या तुम मेरी गर्ल फ्रेंड बनो गी क्या ? इस बार वो मान गई उसके बाद हम लोगो ने काफी बाते भी की एक दुसरे से फिर मैंने उसे उसका नाम पूछा उसने अपना नाम शिल्पा बताया उसने भी थोड़ी सी ड्रिंक कर रखी तो मैंने मौके का फायदा उठाते हुए उसे किस भीं की पहेले गाल पे फिर लिप किस भी की फिर उसने मेरे लिप्स पे किस किया | फिर धीरे धीरे वो मेरे और करीब आते गई और हम लोगो ने फिर साथ मैं डांस भी किया |
डांस के बहाने मुझे उसको जगह जगह छूने का मोका भी मिला मेरा एक हाथ उसके कमर पे और दूसरा हाथ से उस के बूब्स और कंधे को मैं छु रहा था | वो भी काफी इन्जाय कर रही थी उसके बाद मैं उसे ऊपर वाली फ्लौर पे ले के गया और उसको दीवाल पे टिका के १५ मिनिटे तक की किस किया इससे वो काफी गरम हो गई थी और उसका भी मन सेक्स करने का कर रहा था | तो फिर हम लोगो ने एक होटले जाने की प्लानिंग की और जो और मैंने अपने दोस्तों को भी घर भेज दिया फिर मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे बार से बाहर ले के गया और जैसे ही मैंने उसको अपनी कार मैं बैठने को कहा उसी समय उसका मोबाइल बजने लगा वो फोन उसके घर से आया हुआ था | और उसके कॉल पे बात करने के बाद जब मैंने उससे पूछा की किसका कॉल था तो वो बोली की मेरे हस्बैंड का था | ये सुनते ही मेरे दिमाग ख़राब हो गया , मै सोच मैं पड़ गया तभी वो बोली की मेरी अरेंज मेरेज हुई थी और मैं अपने पति से प्यार नहीं करती | इतना बोल के वो बोली की मुझे घर जाना होगा अभी और मैंने पूछा की फिर अपना क्या होगा तो उसने कुछ जबाब नहीं दिया और वो चली गयी ……
उस के बाद दुसरे दिन भी मै बार गया था पर वो लड़की नहीं मिली एक तरफ मुझे उसको चोदना भी था और दूसरी तारफ मुझे उससे अट्रैक्शन भी हो गया था | ऐसे ही कुछ दिन निकल गए और फिर वो एक दिन मुझे एक माँल में मिली मैंने उससे बात भी की वो काफी सैड थी तो मैंने उसका नंबर मोबाइल नंबर लिया और उसने मुझे बताया की उसके पति से उसका तालक हो गया है | मेरी ख़ुशी का तो ठिकाना ही नहीं था फिर वो चली गयी और मैं भी आपने घर आ गया | रात मैं फिर मैंने उसको कॉल लगाया और बात की उससे उसका हाल पूछा वो काफी परेशान थी मैंने उसको मिलने को कहा की कल मुझसे मिलो आकर मुझसे उसने कहा हां ठीक है |
अगले दिन वो मुझसे मिलने आई मैंने उससे बात की उसने कहा वो बहुत परेशान है | तो मैंने भी सोचा की चलो कुछ किया जाये इसके बारे मैं मैंने पुछा क्या तुम मुझसे प्यार करती हो वो हां बिलकुल ,, फिर उसने मुझ से से पूछा क्या तुम भी प्यार करते हो तो मुझे भी बोलना पड़ा हाँ करता हूँ | बताओ मैं क्या कर सकता हूँ तुम्हारे लिए वो बोली कुछ नहीं बास मेरे साथ रहो मैंने कहा ठीक है यार मैं तो हूँ ही तुम्हारे साथ | फिर ऐसे ही कुछ टाइम बीत गया हम लोगो के बाते करने मैं और फिर उसका जाने का टाइम हो गया और मैं भी घर आ गया | घर आने क बाद काफी समय तक मैं उसके बारे मैं सोचता रहा मुझे भी लगने लगा की मुझे उससे प्यार हो गया है शायद और येही सोचता रहा |
हम लोगो की रोज कॉल पर बात होने लगी और हम लोग मिला भी करते थे | मैं उसे अपने घर बुलाने का मोका ही ढूंढता रहता था पर हर बार कोई न कोई मेरे घर मैं रहता था कभी मम्मी कभी मेरी बहन तो कभी मेरा बड़ा भाई मुझे हमेशा उससे बाहर ही मिलना पड़ता था मैंने कई बार सोचा की उससे बाहर कही कोई से होटल में ले जाऊ पर इससे बात बिगड़ सकती थी | तो मैंने उससे कभी कोई से होटल चलने को नहीं बोला मैं डरता था की कही कुछ मिस्टेक न हो जाये जिस्से की वो मुझ पर से विशवास करना छोड़ दे | एक तरफ मुझे उसके साथ सेक्स भी करने का भी जूनून चढ़ा था | तो मैंने सोचा की यार ऐसे तो कुछ नहीं होने वाला कुछ न कुछ तो करना ही होगा तो मैंने एक दिन मेरे पापा के ऑफिस जाने के बाद मम्मी को बोला की काफी दिनों से हम लोग मौसी के घर नहीं गए हैं वो याद भी कर रही थी | ऐसा बोलने पर मम्मी मेरी बातो को मान गयी और मुझे पता था की मम्मी जब भी मौसी के घर जाती थी हमेशा कुछ दिन वहां रुकती थीं तो मैं अपनी मम्मी मेरा भाई और मेरी बहन के साथ मैं अपनी मौसी के घर चला गया |
फिर मैंने प्रियंका को कॉल किया और पूछा क्या तुम मेरे घर आओगी वो बोली ठीक है कब आना है ? मैंने कहा अभी आजाओ उसने कहा ठीक हैं आती हूँ रूको थोड़ी देर से | पर मुझे अपने घर का एड्रेस तो बता दो| फिर मैंने उसको अपने घर का एड्रेस बताया वो बोली ठीक है |
ये सब सुन के मै खुश हो गया और अपना कमरा साफ़ करने लगा फिर थोड़ी देर बाद उसने कॉल किया और पूछा की मै कहाँ हूँ तो मैंने कहा घर पे ही हूँ उसने कहा फिर आओ बाहर मैं भी तुम्हारे घर के गेट मैं ही खड़ी हूँ | मै भाग के गया और गेट खोला उसने कहा हाय | और मैं तो कुछ बोल ही नहीं पाया क्या खूबसूरत लग रही थी वो | पिंक शर्ट और फिर से ग्रीन पेंट पहना था और रुमाल उसके गले मैं लटक रहा था उसके बूब्स का साइज़ दिख रहा था उसकी टाइट शर्ट से और कमर एकदम फिट उसे देख कर ही मेरा लंड खड़ा हो गया और मन कर रह था अभी ही अपना पूरा लंड उसकी चूत मैं अंदर दाल दू | फिर मैंने उसका हाथ पकड़ के उसको अपने घर के अंदर ले आया और अपने कमरे पर सोफे पर उसे बैठाया और मैंने उसे कॉफी लाकर दी फिर हम दोनों बाते करने लगे |
और धीरे धीरे मै उसके करीब जाने लगा वो भी मेरा साथ दे रही फिर मैंने उसको किस किया उसने मुझे लिप्स टू लिप्स किस किया फिर मैंने उसके गले पे किस किया और उस के बाद उसे पलंग पर गिरा दिया उसके बाद मैं उसके ऊपर लेट कर उसे प्यार करने लगा |
अपने हाथो से बाहर से उसके बूप्स दबा रहा था और उसे किस किये जा रहा था वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी | फिर मैं उसे किस करते करते उसके पेट की तरफ आया और उसके पेट पर किस करने लगा और अपना एक हाथ उसके बूब्स पर और दूसरा हाँथ उसकी पेंट के अंदर उसकी चूत मैं डाल के उसकी चूत सहलाने लगा | वो भी गरम हो गई थी और आह आह्ह्ह्ह की आवाजे निकलने लगी फिर मैं उठ के अपने कपड़े उतारे और अंडरवियर मैं आ गया और उसकी चूत पे अपना खड़ा लंड रख दिया और अन्दर तक डाल दिया | ऊम्म्मम्म्म्म ऊऊम्म्म्म्म्म् आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आह्ह्ह्ह बोल रही थी मैंने १५ मिनट तक उसे चोदा और झड गया | फिर मैं रोज़ उसे चोदने लगा और आज वो मेरी रखेल है