हेलो दोस्तों | मेरा नाम सुभी है आज मैं आप लोगों को अपनी जिन्दगी की सच्ची घटना बताने जा रही हूँ | मेरी उम्र अभी सिर्फ 28 साल है | और अभी भी मेरे ऊपर जवानी का खुमार छाया है | वैसे मै आप लोगों को बता दूँ कि मै थोड़ी हॉर्नी किस्म की औरत हूँ | इसी लिए मेरे जवान होते ही मेरी सेक्स लाइफ शुरू हो गई थी | पहली बार मुझे मेरे बॉय फ्रंड ने एक कमरे में मेरी सील तोड़ी थी | उस दिन उसने मेरी सील तोड़ कर मुझे पूरी तरीके से जवान बना दिया था | अब तो बस मुझे लंड की भूख रहती है कि काश मुझे लंड मिले | पहले मै आप लोगों को अपने बारे में बता दूं |
मै राजस्थान से बिलोंग करती हूँ | और अभी 2 साल पहले मेरी शादी हुई है | बताना तो नही चाहिए फिर भी मैं बता देती हूँ | अपने फिगर के बारे में तो बता दूँ | मेरे बूब्स ज्यादा बड़े है ऐसा इसलिए है क्योकि मेरा पति मुझे बहुत चोदता है | वो मुझे हर बार एक नई पोजीसन में चोदता है | वो पोर्न फिल्मों को देख देख कर मुझे पे नए नए पोजीसन ट्राई करता रहता है | जिसे मैं भी बहुत एन्जॉय करती हूँ | वैसे मैं अपने पति की चुदाई से बहुत खुश हूँ | लेकिन फिर भी मैं किसी नए लंड के मिलने के मौके को नही छोडती हूँ | अपनी आदत से जो मजबूर हूँ | नए नए लंड लेने में मुझे बहुत ही ज्यादा मज़ा आता है |
जैसे कि शादी से पहले मैं कई लंडो की सवारी कर चुकी थी | इसी लिए नए नए लंडो से चुदने की आदत अभी तक नही गई | लेकिन जब से मै ससुराल आई हूँ तब से मुझे अपने पति के लंड के आलावा किसी भी लंड के दर्शन तक नही हुवे | चलिए ये सब बातें बाद में करेंगे | पहले अपनी कहानी पर आती हूँ | आखिर आप को भी तो पढने में कुछ मज़ा आना चाहिए | हाँ तो चलते हैं जन्नत की सैर पर |
बात एक साल पहले की है | मै अपने ससुराल से माइके जा रही थी | मेरे पति अपने काम में व्यस्त होने की वजह से मेरे साथ नही जा रहे थे | उन्होंने ने मेरा टिकट आरक्षित करवा दिया था | शाम को मेरी ट्रेन थी | मैंने उस दिन जल्दी से अपना बैग पैक कर लिया था | मैं अपने माइके जाने के लिए बहुत ही एक्सैतेड थी | क्युकि मुझे अपने माइके गए हुवे करीब 1 साल हो गया था | शाम को मै एक घंटे पहले ही अपने पति के साथ रेलवे स्टेशन पहुँच गई | जैसे ही ट्रेन आई मेरे पति ने मेरा बैग और सामान ट्रेन में रखवा दिया | मै बहुत खुश थी | तभी ट्रेन ने सीटी मारी | मेरे पति ट्रेन से उतर कर जाने लगे | मैंने उन्हें खिड़की से बाय किया | मुझे थोडा दुःख भी हो रहा था | क्योकि अब मै इतने दिन इनके बिना कैसे रहूंगी | मेरे पति मुझे बहुत ही ज्यादा प्यार करते हैं | लेकिन दूसरी सबसे बड़ी बात थी कि इतने दिन तक मुझे बिना चुदे ही रहना पड़ेगा |
अभी ट्रेन चलने लगी | मेरी बोगी पूरी ए सी थी | मेरी सीट नीचे की तरफ थी | मेरे सामने की सीट खाली पड़ी थी | मैंने सोचा काश कोई हैण्डसम सा लड़का आ जाए एस सीट पर तो मज़ा ही आ जाए | मेरी किस्मत बहुत ही अच्छी थी | दो स्टेसन के बाद एक स्टेशन पर ट्रेन रुकी | और एक हैण्डसम सा लड़का ट्रेन में चढा | वो उसकी ही सीट थी | मैं उसे देख कर बहुत ही खुश हुई | मैं उससे बातें करने की कोशिश करने लगी | वो भी बहुत ही स्मार्ट निकाला वो भी मुझसे बाते करने लगा | करीब एक घंटे की ही बातों में ही हमने बहुत कुछ बाते की | फिर हमने साथ में ही डिनर किया | फिर हम लेट गए | सारी लाइटें बंद हो गई | अचानक मेरा मन हुआ कि क्यों न इस सफर को यादगार बना दिया जाय | मै चुपके से उसके सीट पर जाकर बैठ गई | और उसके शरीर पर हांथ घूमने लगी | मैंने सोचा वो सो चुका होगा | लेकिन ऐसा नही था वो जगा हुआ था | उसने झटके से मुझे अपनी तरफ खींचा और और अपने लिप्स मेरे लिप्स पर रख दिए और मुझे पकड़ के किस करने लगा | मुझे झटका सा लगा | उसने मुझे जकड लिया था | वो धीरे से बोला जो तुम ढूंढ रही हो मै तुम्हे अभी दिलाता हूँ | मैं तो वैसे भी चुदने के लिए ही उसके सीट पर आई थी | आखिर मै भी इतने दिन से चुदासी थी तो मै भी उसका साथ देने लगी | कुछ देर किस करने के बाद वो पीछे तरफ खिसक गया और मुझे भी अपनी ही सीट पर लिटा लिया | और जोर जोर से किस के साथ में मेरे पूरे सरीर पर हाँथ फेरने लगा | फिर अपने दोनों हाथों से मेरे बूब्स दबाने लगा | साथ ही वो मेरे पुरे शरीर पर किस करने लगा उसका लंड मेरे शरीर में टच हो रहा था | तभी उसने मेरा हांथ अपने लोवर में डाल दिया और अपना लंड पकड़ा दिया | उसका लंड छुने से ही पता लग गया की वो मेरे पति से बड़ा था | मुझे बहुत मज़ा आ रहा था | थोड़ी देर में उसने मेरी ब्लाउज के सारे हुक खोल दिए | और मेरे बूब्स को चूसने लगा | अब धीरे धीरे वो कब मेरी टांगो के पास पहुँच गया मुझे पता ही नही चला | उअने मेरी साड़ी औए पेटीकोट ऊपर उठाया और फिर जैसे ही उसने अपनी जीभ मेरी चूत पे रखी मेरी तो आह निकल गयी | वो अब कुत्तों की तरह मेरी चूत चाट रहा था | जैसे उसकी जीभ मेरे चूत के अन्दर जाती तो मुझे बहुत सुकून मिलता | इसी बीच मै मै झड गई और वो मेरा सारा पानी पी गया | और फिर अपनी जीभ से चाट कर मेरी बुर को अच्छे से साफ़ किया | अब वो मेरी साड़ी निकलने लगा मैंने मना किया | तो वो मन गया और बस पेटीकोट का नाडा खोल दिया | और मेरी चूत में उंगली करने लगा |
जैसा की मैंने बताया उसका लंड बहुत बड़ा था | भले ही मै उसके लंड को देख नही पा रही | लेकिन फिर भी मने चू का ही हिसाब लगा लिया था | मै मन ही मन बहुत खुश हुई | आज तो मेरी इतने दिनों बाद जम के चुदाई होने वाली थी | उसने अपना लंड बाहर निकाला और मुझे धक्का देकर लंड को मेरे मुंह की सीध में ले आया | और फिर मुंह में लेने के लिए बोला | मैंने भी देर न करते हुवे तुरंत उसका लंड मुंह में ले लिया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी | उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था | करीब 5 मिनट चूसने के बाद वो झड गया और अपना सारा माल मेरे मुह में ही छोड दिया मैं भी उसका सारा माल झट से पी गई | उसके बाद तभी उसने मुझे पीछे घुमाया और अपना लंड का सुपारा मेरी गांड पर रख दिया | मैंने कहा ये क्या कर रहे हो | मैं गांड नही मरावाउंगी मुझे बहुत दर्द होता है | तो उसने कहा ठीक है फिर रहन दो कुछ भी नही करूंगा | मेरी चूत में आग लगी थी मैंने कहा अच्छा ठीक है लेकिन फिर तुम मेरी चूत भी मरोगे वो मन गया | और एक ही झटके में उसने अपना लंड पूरा मेरी गांड में पार कर दिया | मुझे बहुत दर्द हो रहा था | मैंने उसे हटाने की कोशिश की पर सब बेकार था| एक ही झटके में मेरी गांड फट चुकी थी | फिर उसने अपना लंड अन्दर बाहर करना शुरु किया | थोड़ी देर बाद मुझे मज़ा आने लगा था | मै भी धीरे धीरे से आह्हह… आह्ह…. कर के उसका साथ देने लगी | क्युकि डर भी था की कोई जाग न जाए | मै भी अपनी गांड तेज़ी से मरवा रही थी उसका लंड पूरा अन्दर तक जा रहा था | कुछ देर तक ऐसे चोदने के बाद उसने मेरी चूत भी मारी | लेकिन जैसे उसने मेरी गांड मारी वो मुझे हमेशा याद रहा | इसी बीच मै भी कई बार झड चुकी थी | करीब एक घंटे तक ये खेल चलता रहा | उसके बाद वो भी झड गया | फिर मैं उठ कर अपने सीट पर चली गई और सो गई |
सुबह जब मेरी नींद खुली तो देखा की सामने की सीट पर कोई नही था | पूछने पर पता चला कि वो लड़का एक स्टेशन पहले उतर गया | मुझे अफ़सोस हो रहा था कि काश मै उसका मोबाइल नम्बर ले पाती | मै आज भी विश करती हूँ की अगर वो मुझे दोबारा मिल जाए तो उससे एक बार गांड तो जरूर मरवाती | दोस्तों आप लोगों को मेरी कहाँ कैसी लगी ये कमेंट कर के जरुर बताइयेगा | मुझे इंतजार रहेगा | तब तक के लिए अलविदा |